तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे,
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे,
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले,
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.
=====जिस दिल मेँ तेरी चाहत थी, उस दिल को मैंने तोड दिया,
बदनाम ना तुझे होने दूंगा, इसलिए तेरा नाम ही लेना छोड़ दिया..
======अच्छा करते हैं वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते हैं मगर किसी को बदनाम नहीं करते
=====शायरी के शौक़ ने इतना तो काम कर दिया
जो नहीं जानते थे उनमें भी बदनाम कर दिया
=====शायरी इक शरारत भरी शाम है,
हर सुख़ न इक छलकता हुआ जाम है,
जब ये प्याले ग़ज़ल के पिए
तो लगा मयक़दा तो बिना बात बदनाम है
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जिस दिल में तेरा प्यार बसा था हमने वो दिल तोड़ दिया.
जब तुझे बदनाम ना करें इसलिए तेरा शहर ही छोड़ दिया
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Image Credit: navbharattimes.indiatimes.com
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जलती है औरों के लिए फिर भी बदनाम होती है
सिगरेट तू कहीं औरत तो नहीं।
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बेनाम ही रख ले अपना रिश्ता..
नाम देंगे तो दुनिया बदनाम कर देगी
======माचिस तो बस नाम से ही बदनाम है,
वरना आग तो हमारी शायरी से भी लग जाती है
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