ईस मारवाड़ी कविता का आनंद लेवे।
जदीऊं या मोबाइल री
डब्बी दुनिया में आईगी,
बाळपणों,जवानी और
बुढापों सब ने खाईगी !
डब्बी दुनिया में आईगी,
बाळपणों,जवानी और
बुढापों सब ने खाईगी !
रिया किदा करम अणी
'जीओ' वाळें पूरा किदा,
पकड़े तो खावें,छोड़े तो जावें
जस्या हालात पैदा किदा !
'जीओ' वाळें पूरा किदा,
पकड़े तो खावें,छोड़े तो जावें
जस्या हालात पैदा किदा !
छोटा मोटा सब अणी में
कई केउं अतरां वेण्डा वेरियांं,
साल भर का बाळक टाबर
अणीने देख न छाना रेरियां !
कई केउं अतरां वेण्डा वेरियांं,
साल भर का बाळक टाबर
अणीने देख न छाना रेरियां !
गूगल बाबा में छोरा छोरी
सर्च करवां में अतरा रमग्या ,
क अणां री किताबां के
पड़ी पड़ी के धुळा जमग्या !
सर्च करवां में अतरा रमग्या ,
क अणां री किताबां के
पड़ी पड़ी के धुळा जमग्या !
हाँ, माना अणी डब्बी में
हर तरे को ज्ञान गणों है,
सदुपयोग करे तो ठीक
दुजूं ईंको नुकसान गणों है !
हर तरे को ज्ञान गणों है,
सदुपयोग करे तो ठीक
दुजूं ईंको नुकसान गणों है !
सड़क पे एक्सिडेन्ट वेग्यों
घायल जोर सूं वारां मेळरियां,
दवाखाने कोई नी ले जावें
जो वें जोई फोटों खींचरीयां !
घायल जोर सूं वारां मेळरियां,
दवाखाने कोई नी ले जावें
जो वें जोई फोटों खींचरीयां !
सब घर में भड़े भड़े बैठ्या
कोई कणीऊं नी बोलरियां,
ठाई नी पड़े हुता क जागरियां
सब अणी डब्बी में लागरियां!
कोई कणीऊं नी बोलरियां,
ठाई नी पड़े हुता क जागरियां
सब अणी डब्बी में लागरियां!
हुतां बैठा,खाता-पिता
मोबाइल चलाईरियां,
हामें थाळी की रोटियां
कुत्तरां लेजाईरियां !
मोबाइल चलाईरियां,
हामें थाळी की रोटियां
कुत्तरां लेजाईरियां !
फेसबुक पे नवां नवां
यार दोस्त कबाडरियां,
हागी का रिश्तेदार बापडां
रामा सामी की वाट नाळरियां !
यार दोस्त कबाडरियां,
हागी का रिश्तेदार बापडां
रामा सामी की वाट नाळरियां !
यों अस्यों कस्यो राक्षस
धरती पर छाने-छाने आईग्यों,
घड़ी, रेडियो, टेप, टार्च,टीवी
सबने वनाई चबायां खाईग्यो !
धरती पर छाने-छाने आईग्यों,
घड़ी, रेडियो, टेप, टार्च,टीवी
सबने वनाई चबायां खाईग्यो !
जीनें देखें जोई कानडां में तार
गाल न,धुन में माथो हलारियां,
यूं लागे जाणे यें वेण्डा वेग्या
क यें माख्योंमाळ उडाईरियां !
गाल न,धुन में माथो हलारियां,
यूं लागे जाणे यें वेण्डा वेग्या
क यें माख्योंमाळ उडाईरियां !
कविता केवें गणों राखो मती
मोबाइल रा डाब्बा सूं थां हेत,
भणणों, कमाणों भूल जावोंलां
यों तो है जीवतो जागतो प्रेत !!
पिता श्री ग्रुप औज्याडा़
मोबाइल रा डाब्बा सूं थां हेत,
भणणों, कमाणों भूल जावोंलां
यों तो है जीवतो जागतो प्रेत !!
पिता श्री ग्रुप औज्याडा़
No comments:
Post a Comment