सुनके पुकार। आयो ग्वाल बोले मधुबन में।।
ये गौआ मेरे मुक्तिकी दाता। अंत समय गऊ दान करावे।।१।।
डूंगर पर चिड़िया बोले। चिड़ियाको चुगा चुगाओ।।२।।
डूंगर पर कोयल बोले। पीयू पीयू पीयू पुकारे।।३।।
चन्द्रसखी ब्रजलाल कृष्ण छब। हरी चरणा चीत ल्यावो।।४।।
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