१. सुविचार- आशावादी व्यक्ति हर परेशानी/आपदा में एक अवसर देखता है नेराशावादी व्यक्ति हर अवसर में एक आपदा/परेशनी|
आत्मसंवाद- मैं आशावादी हु और में हर आपदा में एक अवसर देखता/देखती हु|
२. जीवन में ऐसे अवसर भी आते है, जब निराशा में भी आशा होती है|
आत्मसंवाद- मैं जीवन के हर अवसर में आशा खोजता/खोजती हु|
३. इर्ष्य मिटने का एक सरल उपाय है की , थोडा विनम्र हो जाये|
आत्मसंवाद-जब इर्ष्या की परछाई मेरे मन पर अति है में विनम्र हो जाता हु |
४. एक सामान्य व्यक्ति अपने दैनिक कार्यो में अपनी क्षमता का २०% की इस्तमाल करता है पर क्रोध और आवेश में अपनी पूरी क्षमता का इस्तमाल कर लेता है|
आत्मसंवाद-आवेश और क्रोश को मैंने पलना सिख लिक्य है, और में अपनी आवेश और क्रोध में जागृत सारी क्षमता का इस्तेमाल ओने जरुरी कार्यो में करता हु| इससे मुझे उम्मीद से भी अछे परिणाम मिलते है|
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