नमस्ते दोस्तों आज हम संस्कृत व्याकरण के एक बहुत जरूरी विषय संधि के बारे में पढ़ेंगे।
आज हम दीर्घ संधि कैसे करते है यह पढ़ेंगे। दीर्घ संधि में 'अ', 'इ', ' उ' और 'ऋ' से ही संधि की जा सकती है।
'अ' से दीर्घ संधि-
१. अ + अ = आ
उद्धहरण- धर्म + अर्थ
अ + अ = आ,
जिससे यह बनता है- धर्मार्थ
२. आ + अ = आ
उदाहरण- हिम + आलायः = अ + आ = आ
जिससे बनता है- हिमालयः।
इसी तरह-
१. इ+इ =ई-
अति+इव = इ+इ=ई,
=अत+ई+व = अतीव
२. इ+ई=ई-
परि+इक्षा= इ+ई=ई
=पर+ई+क्षा= परीक्षा
३. उ+उ=ऊ / उ+ऊ=ऊ -
क. भानु+उदयः= भान+ऊ+दयः= भानुदायः
पढ़ने के लिए धन्यवाद।
निचे कुछ सवाल दिए गए है comment में उत्तर लिखिए-
१. शिव+आलयः
२. महा+आत्मा
३. तदा+अपि
४. कवि+ईश्वरः
५. मही+ईशः
६. गुरु+उपदेशः
७. वधु+ऊर्जा
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