दिल की किताब में गुलाब उनका था;
रात की नींद में एक ख्वाब उनका था;
है कितना प्यार हमसे जब यह हमने पूछ लिया;
मर जायेंगे बिन तेरे यह जवाब उनका था।
======Image Credit: www.forbes.com
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कट गया पेड़ मगर ताल्लुक़ात कुछ ऐसे थे
कि बैठे रहे ज़मीन पर वो परिन्दे रात भर
=====दिन में काम नहीं सोने देता,
रात में एक नाम नहीं सोने देता
=====तेरी यादों के सिक्के उछले
फिर खनकेगा दर्द रात भर यूँ ही
=====मेरी सुबह उदास होती है और रात तन्हा,
किया ही क्या मैंने तुझसे मोहब्बत के सिवा
======जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ |
======मुहब्बत की उम्र के लिए एक रात ही काफी है साहिब
सुबह तक जो जिन्दा रहे वो परवाना नहीं होता
======रात फैली है तेरे सुरमई आँचल की तरह
चाँद निकला है तुझे ढूँढ़ने पागल की तरह
======रात सारी गुज़र जाती है इन्हीं हिसाबों में,
उसे मोहब्बत थी? नहीं थी? है? नहीं है..?
======रोता रहा फूल.. तन्हाई में रात भर,
और लोग ओस कहकर उसे. वहाँ से गुजरते रहे
======सिर्फ चाहने से बात नही होती
सूरज के सामने कभी रात नहीं होती
हम चाहते हैं जिन्हे जान से भी ज्यादा
वो सामने हैं पर बात भी नहीं होती
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