नमस्कर दोस्तों आज हम कक्षा 7 की हिंदी पुस्तक के पहले पाठ 'हम पंछी उन्मुक्त गगन के' को समझेंगे।
हम बहता जल पिने वाले
हम मर जायेंगे भूखे-प्यासे,
कही भली है कुटुक निबोरी
कनक कटोरी की मैदा से।
अर्थ- हमे इन पंक्तियों में यह बताया गया है की पंछी क्या सोचते है, वह तो बहत्ता नदी क पानी पीते है वे प्यासे मर जायेंगे। उन्हें कड़वी नीम की पत्तिया अच्छी लगती है, सोने की कटोरी में दिए गए मैदे से।
तो कैसा लगा आपको ये article, पढ़ने के लिए धन्यवाद। और अगर अपने इसका पिछला भाग नहीं पढ़ा तो इधर click कीजिये।
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