मिज़ाज-ए-मौसम गुलजार कर गये..
उफ्फ वो मुस्कुराकर कर्ज़दार कर गये..
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मुझे तो अब भी यकीन नहीं उसके जाने का!
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जाते वक़्त उसने बड़े गुरुर से कहा था कि बहुत मिलेंगे तेरे जैसे,
मैंने भी मुस्कुराकर पूछा लिया, आख़िर मुझ जैसे कि ही तलाश क्यूँ
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Image Credit: shayarilovers.in
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वो कहते हैं इतनी मोहब्बत बगैर देखे, ये तो पागलपन है।
हमने मुस्कुराकर कहा, मीरा दिवानी ही तो थी।
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गुज़ारिश की थी इस दिल से तुझे भूल जाने की
दिल ने मुस्कुराकर कहा
सज़ा तो लाज़िमी है मोहब्बत में दिल लगाने की
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उसने चुपके से मेरी आँखों पर हाथ रखकर पूछा बताओ कौन हूँ मैं,
मैने धीरे से मुस्कुराकर कहा, मेरे जीने की वजह हो तुम.
=====पूछा किसी ने की याद आती है उसकी
मैंने मुस्कुराकर कहा की तभी तो ज़िंदा हूँ
=====हमें होश की दुनिया मे मदहोश ही रहने दो,
हमें इश्क़ के समन्दर में डूब ही जाने दो !!
हमें होश नहीं है अपने हाल-ओ-मलाल का,
हमें मुस्कुराकर जीने वालों की नक़ल उतारने दो !!
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