मेरे तो आधार श्री श्याम के चरणारविन्द
सुख का संसार श्री श्याम क्रे चरणारविन्द
१) देवकी ने जन्म दिया, यशोदा ने पाला
लाल दोऊ माताओं का तीन लोक वाला
चरणों में जो भी झुका है उसने उठाया है
छुलो इक बार श्री श्याम के चरणारविन्द
मेरे तो आधार तो श्री श्याम के चरणारविन्द
२ ) राधा बिन श्याम जैसे देह बिन प्राण है
श्याम बिन राधा जैसे बंशी बिन तान है
श्याम की पुकार सुनके दौडी आये राधा
राधा की पुकार श्री श्याम के चरणारविन्द
मेरे तो आधार श्री श्याम के चरणारविन्द
३) ब्रज का उजाला बना सावरा कन्हैया
गोपियोकीं नाव का श्याम ही खिवैय्या
सावरेके' पाव छूके जल भी हो पावन
जमुना की धार श्री श्याम के चरणारविन्द
मेरे तो आधार श्री श्याम के चरणारविन्द
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