राधे (श्यामा) तेरे चरणों की, यदि धूल जो मिल जाये।
सच कहता हूं बस मेरी तकदीर बदल जाये ।।धृ.।।
सुनते है तेरी रहमत, दिन-रात बरसती है ।
एक बूंद जो मिल जाये, मेरे मनकी कली खील जाये । । १ ।।
यह मन बडा चंचल है, कैसे तेरा भजन क रुं
जितना उसे समझाऊँ, उतना ही मचल जाये । । २ ।।
नजरों से गिराना ना, चाहे जितनी सजा देना ।
नजरो से जो गिर जाये, मुश्किल है संभल पाए।।३।।
राधे इस जीवन में, बस इतनी तमन्ना है ।
तू सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाए।।४।।
राधे तेरे चरणों की यदि धूल जो मिल जाये । ।
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