आशिकी और इंतजार तो एक दुसरे के साथ चलते है। यहाँ कुछ शायरी है उन आशिको के नाम जो महबूब का इन्तेजार करते थकते नहीं। पढ़िए और आशिको के साथ जरुर शेयर करिए।
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1)
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1)
समझ नही आता जिंदगी तेरा फैसला,
एक तरफ तू कहती है सबर का फल मीठा होता है|
और दूसरी तरफ कहती है वक्त किसी का इन्तजार नही करता|
2)
दो पल का है अन्धेरा मेरे दोस्त
बस सुबह का इन्तजार करो
क्या रखा है आपस के बैर मे ऐ यारो
छोटी सी है ज़िंदगी बस हर किसी से प्यार करो...!
3)
इन्तजार की घड़ियां खत्म कर ऐ खुदा ,
जिसके लिए बनाया है अब उससे मिलवा भी दे जरा
4)
जब हो जाये मेरी 'मोहब्बत' पे एतबार
तो लौट आना हम आज भी, तेरे इन्तजार में हैं..
5)
जब भी आईने में खुद से नज़रे मिलाओगे,
अपनी आँखों में तुम नक्श मेरा पाओगे,
किसी दिन इन्तजार में मर जाऊँगा मैं,
फिर बताओ नया ‘प्रवेश’ कहाँ से लाओगे.
6)
मेरे लिए मेरी दुनिया हो तुम, छु के जो गुजर गये वो हवा हो तुम,
मैने जो माँगी वो दुआ हो तुम, जो मैने महसुस कि वो अहसास हो तुम,
मेरी नजर की तलाश हो तुम, मेरी जिन्दगी का करार हो तुम,
मैने जो चाहा वो प्यार हो तुम, मेरे इन्तजार की राहत हो तुम,
दिल कि चाहत हो तुम, तुम हो तो है दुनिया मैरी,
कैसे कहुँ के सिर्फ यार नही, मेरी जान हो तुम!
7)
कितना पागल दिल है कैसी ये मुश्किल है।
बेवाजह किसी का इन्तजार करे।
जो भी यहा प्यार करे जीना दुशबार करे।
8)
बस तुम कोई उम्मीद दिला दो मुलाकात की
फिर इन्तजार तो हम सारी उम्र कर लेंगें
9)
तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तजार में तब तक
मैं मांग के आऊं रब से तुमको जब तक.
10)
मुझे सिर्फ इतना बता दो,
इन्तजार करु या बदल जाऊ तुम्हारी तरह
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