आधार कार्ड के बंद आफिस के बाहर लोगों की भीड़ लगी थी। एक आदमी बार-बार आगे जाने की कोशिश
करता और लोग उसे पकड़ कर पीछे खींच लेते। 5-6 बार पीछे खींचे जाने के बाद वह चिल्लाया: ‘लगे रहो लाइन में सालों, मैं आज ऑफिस ही नहीं खोलूंगा!’….
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"सब्जी क्या बनाऊ" इस समस्या को पत्नियॊ की राष्ट्रीय समस्या घोषित कर दिया गया हे - आज तक न्यूज़
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अकेले ही हंसना....अजीब से चेहरे बनाना.... बिना वजह हंसना.... यह सब पागलपन के लक्षण है, ऐसी आजतक मान्यता थी। अब.... उसे "सेल्फी" कहते है।
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बेटा - पापा मेरी मैडम कितनी मस्त हैं ना
बाप - बेटा मैडम माँ समान होती हैं
बेटा - आपको तो हमेशा अपनी ही ख़ुशी दिखाई देती हैं
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लड़की का पिता, अपनी बेटी से मिलने गया और शाम को दोनों समधी ड्रिंक करने बैठे.
लड़के का पिता:- 'समधी जी , नीट क्यों पी रहे हैं.....?"
लड़की का पिता:- "हमारे यहाँ लड़की के घर का पानी नहीं पीते हैं..."
ये होते हैं संस्कार !!
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दारू और सिगरेट पिने वाला इंसान कभी मतलबी नही होता। क्योंकि जिसे अपने शरीर से ही मतलब नहीं.. वो भला किसी के बारे मे कैसे बुरा सोच सकता है।
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एक बच्चा अपने पापा की शादी की CD देख रहा टीवी पर....
बच्चा- हम भी अपनी शादी मे आइटम गर्ल नचवायेगे ....
पिता- हरामखोर ,,,, ये तेरी बुआ और मौसी है।
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एक टैक्सी चालक को चलती हुई टैक्सी में बैठे पैसेंजर ने पीछे से ही कुछ कहने के लिए टैक्सी चालक के कंधे पर हाथ रखा ही था कि चालक जोर से चीखा, घबराया और टैक्सी का संतुलन खो बैठा। टैक्सी फुटपाथ पर चढ़ गई।पैसेंजर भी गलती से लज्जित था।
टैक्सी ड्राइवर से माफी मांगी और कहा मुझे नहीं पता था कि मेरे हाथ लगाने से तुम्हारा ध्यान इस तरह भटक जाएगा।
टैक्सी ड्राइवर ने चिढ़ने या नाराज होने की बजाय बड़ी विनम्रता से कहा "साब आपकी गलती नहीं है।
टैक्सी चलाने का आज मेरा पहला दिन है। पिछले २५ साल से मैं मुर्दे ढोनेवाली गाड़ी चला रहा था।"
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