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धर्म की सबसे सरल व्याख्या : किसी भी आत्मा को आपकी वजह से दुख ना पहुँचे यह ध्यान रखना यही धर्म है ।
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रिश्तों को शर्तों से, और शर्तों को जज्बातों से, बाँधना....
यही एक वो भूल है.....जो रिश्तों को पनपने ही नहीं देती....!
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भगवान के गले का हार बने फूलों से भगवान के चरणों में गिरे हुए फूलों ने सवाल किया , ....."क्यों रे भाइयो! तुम भी फूल हो, हम भी फूल हैं| पर भगवान के गले की सुंदरता बनने का सम्मान आपको ही क्यों मिला ?
बहुत सुंदर जवाब दिया उन फूलों ने , ,,,...यहाँ तक पहुँचने से पहले दिल को सुई से आरपार चीरकर निकलना होता हैे...
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मुझे इसलिए पंसद है मासुम लोग, जो खुद टुट जाते है मगरकिसी का दिल टुटने नही देते !!!
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हँसना आता है तो हँसो.. इतना हसो की तुम शांत रहो पर तुम्हारी हँसी इस ब्रह्माण्ड में गूंजे, तुम्हारा अंतर्मन सिर्फ हँसे और तब तक हँसे की तुम्हे लोग पागल न कह दे...
क्योंकि जैसा दोगे वैसा ही पाओगे... इसलिए ब्रह्माण्ड में अपनी हँसी पहुँचाओ तो वही हँसी वापस मिलेगी और इस तरह हँसी अविनाशी हो जायेगी।
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"The sweetness of a chocolate remains in the tongue for a minute............
But the sweetness of a person remains in the heart for the entire life. "
Be sweet..! Be Special..!!
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भुतकाल हमें यादों का आनंद देता है
भविष्यकाल हमें सपनों का आनंद देता है.
लेकिन जिंदगी का सही ओर असली
आनंद तो केवल वर्तमान ही देता है...
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कलम-कदम-कसम सोच कर उठा ओ....
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"स्वभाव रखना है तो उस दीपक की तरह रखो...... जो बादशाह के महल में भी उतनी ही रोशनी देता है.... जितनी किसी गरीब की झोपड़ी मे.....!!
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किसी को अपनी पसंद बनाना कोई बडी बात नहीं... पर किसी की पसंद बन जाना बहुत बडी बात है.
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