जिसको भगवान की कृपा पर भरोसा है और उनके न्याय पर विश्वास है,
उसको
संसार की कोई भी स्थिति विचलित नही कर सकती
ईश्वर
तो मेरे बिना भी ईश्वर है,
परन्तु
मैं ईश्वर के बिना कुछ भी नहीं!
समुद्र
सभी के लिए एक ही है पर,
कुछ
उसमें से मोती ढूंढते है
कुछ
उसमें से मछली ढूंढते है और
कुछ
सिर्फ अपने पैर गीले करते है
ज़िदगी
भी समुद्र की भांति ही है
यह
सिर्फ हम पर ही निर्भर करता है कि
इस
जीवन रुपी समुद्र से हम क्या पाना चाहते है,
हमें
क्या ढूंढ़ना है?
कल
का दिन किसने देखा है,
इसलिए
आज का दिन भी खोयें क्यों?
जिन
घड़ियों में हँस सकते हैं,
उन
घड़ियों में रोयें क्यों?
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