आली जाज्यो, पाली जाज्यो, जाज्यो समुद्रापार।
नथजोगा मोती ल्याज्यो, लाला ल्याज्यो चार।
भोळा बाईसारा बिर, मुखडार मांडन नथ ल्याज्योजी।
सेज सवाई ढोला आया रिज्योजी ॥धृ॥
दसरी घडाव म्हारा देवर जेठ, बिसरी घडाव म्हारा पिया परदेश।
मुखडार मांडन नथ ल्याज्योजी, भोळा बाईसारा बीर ॥१॥
दसरी तो नथ म्हारी लुळ लुळ जाय।
बिसरी तो नथ म्हार उभी झोला खाय, भोळा बाईसारा बीर ॥२॥
आलनपुरको घागरो, ब-हानपूरको चीर।
मुंबईसु साडी ल्याया, ल्याया ठिकठिक, भोळा बाईसारा बीर ॥३॥
फाट गयो घागरो, उधड गयी चीर।
देखो सासुजी थाका जायारी खरीद, भोळा बाईसारा बीर ॥४॥
मती बोलो ए बवड आडा तेडा बोल।
म्हारा जायोडो थान, ल्याया ह मोल, भोळा बाईसारा बीर ॥५॥
मती बोलोजी सासुजी, आडा तेडा बोल।
थाका जायोडा म्हारा नथनीरा मोल, भोळा बाईसारा बीर ॥६॥
नथ बदगी मोती बिखर्या जाउरे बलाय,
आवला बाईसारा बिरा, लेऊनी पुवाय, भोळा बाईसारा बीर ॥७॥
अळ्या धुंडी, माळ्या धुंडी, धुंडी मेला माय।
छोटीसी नथ लादी भंवर पटारे माय, भोळा बाईसारा बीर ॥८॥
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