जय श्री राम सखियों और सखाओं। सुविचार संग्रह में आपका स्वागत है।
१....
धैर्य जीवन जा हर द्वार खोल देती है, क्युकी सिवाय धैर्य की उस द्वार की कोई चाबी नहीं है|
२....
जहा संकल्प बड़ा होता है वह संकट बड़ा नहीं होता|
३....
सच्ची महानता ह्रदय की पवित्रता में है, इसमें नहीं की कोई तुम्हारे बारे में क्या सोचता है|
- रामदास
४....
अपनी कल्पना को जीवन का मार्गदर्शक बनाये, अपने अतीत को नहीं|
- स्तिफ्कोनी
५....
दुःख को जो बोझ समझता है, उसका पतन हो जाता है| जो चुनौती समझकर स्वीकार करता है उसका उत्कर्ष हो जाता है|
६....
अगर हम उत्सुक और उत्साहित हो जाते है तो चीजे अपने आप रोचक हो जाती है|
७....
थोडा पढना, ज्यादा सोचना, कम बोलना, ज्याद सुनना यह सब बुद्धिमान बनने के उपाय है|
- रबिन्द्रनाथ टैगोर
८....
प्रकृति ने विषम स्थितियों का सामना करने की क्षमता सबको दी हैं|
९....
महान बड़े कर्म वही कर सकता है, जो निर्भय है और जिसका विचार शुद्ध हैं|
१०....
काम हो हाथो हाथ ही कर डालना चाहिए, वर्ना जो काम पीछे रह जाता है वह नहीं हो पता|
अन्ततक पढ़ने के लिए धन्यवाद। कृपया ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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