छायाचित्र: पिक्साबे
जानवरो के दो प्रकार किये गए है - अल्फा और ओमेगा।
अल्फा किस्म के जानवर ताकतवर होते है। वो अपनी ताकत जताने के लिए वो अपने शरीर की मुद्राए प्रभावी करते है। वो अपने शरीरकी पूरी ऊंचाई तक खड़े रहते है। उनकी छाती वो चौड़ी करते है। उनकी उपस्थिति वे प्रभावी ढंग से जताते है और ज्यादा से ज्यादा जगह लेते है।
इसके विपरीत ओमेगा प्रजातियाँ होती है जो की कमजोर प्राणियोंका वर्ग है। झुके झुके रहते है। पैर और पूछ लपेटे हुए रहते है। सिकुड़कर रहते है। इस तरह ये अपने आप की कमजोरी का संकेत देते है।
इसांन भी कुछ अलग नहीं है। जो ताकतवर होते है उनकी बॉडी लैंग्वेज ही कुछ अलग होती है। इसीलिए आप कैसे खड़े है कैसे बैठे है इसकी तरफ थोड़ा ध्यान लगाना जरुरी है क्यों की ये सिर्फ आपके व्यक्तित्व की उभरी हुई प्रतिमाही नहीं बनाता बल्कि आपके दिमाग को भी ताकतवर या कमजोर होने का संकेत देता है।
अगर आप झुक कर बैठे हो या छाती के इर्द गिर्द हाथ घडी करके खड़े हो तो ये आपके कमजोर होने की तरफ इशारा है। ये सिर्फ आपको देखने वाले ही नहीं बल्की खुद आपको भी कमजोर होने का एहसास दिलाता है। ऐसा करने से आपका दिमाग आपको कमजोर समझेंगा और आप उसी तरीकेसे बर्ताव करने लगेंगे। आत्मविश्वास की भी कमी होने लगेगी।
ये आपके हाथ में है की आप आपके दिमाग को क्या सन्देश देना चाहते है। अगर आप ताकतवर होने का एहसास चाहते है और सहिमे ताकत आपके हाथोमे चाहते हो तो सीधा खड़े रहिये। हाथो को फैलाइये और सम्भाषण का हिस्सा बनिए। एक इनचार्ज की तरह बर्ताव करिये। और देखिये आप कुछ खास होने का एहसास आपको होने लगेगा वो भी कुछ ही पलोमे।
अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद। मेरे अन्य लेख भी पढ़िए। अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो ब्लॉग को फॉलो करना न भूले। आपकी टिप्पणियाँ स्वागत की पात्र है इसीलिए खुल के कमेंट करिये। और आजका विचार जरूर नोट करिये - A Professional is someone who can do his best work when he doesn't feel like it - Alistair Cook.
No comments:
Post a Comment