भय को टालो मत, सामने आने दो। - हरिभाऊ उपाध्याय
जो निर्भीक न हो, वह आध्यात्मिक क्षेत्र में कदम न रखे। - पंडित सुखलालजी
भय मन के लिए वही करता है, लकवा शरीर के लिए।
डर ऐसी चाबी है जिससे लड़ाई का दरवाजा खुल जाता है। - भगवानदीन
जहा पवित्रता है वही निर्भयता रह सकती है। - गांधीजी
ढोठता की तह में हमेशा डर रहता है। - भगवानदीन
अपने - पराये का भेद मिटाना ही सबसे ऊचा धर्म है। - जयप्रकाश नारायण
विश्वव्यापी धर्म तो एक ही है, यद्यपि उसके सैकड़ो रूपांतर है। - बर्नार्ड शॉ
धर्म सचमुच बुद्धि ग्राह्य नहीं, ह्रदय ग्राह्य है। - गांधीजी
वास्तु का स्वाभाव ही धर्म है। कुन्दकुन्द
जब ईश्वर का अंत होगा, तब धर्म एक हो जायेगा। - रविंद्र
जो निर्भीक न हो, वह आध्यात्मिक क्षेत्र में कदम न रखे। - पंडित सुखलालजी
भय मन के लिए वही करता है, लकवा शरीर के लिए।
डर ऐसी चाबी है जिससे लड़ाई का दरवाजा खुल जाता है। - भगवानदीन
जहा पवित्रता है वही निर्भयता रह सकती है। - गांधीजी
ढोठता की तह में हमेशा डर रहता है। - भगवानदीन
अपने - पराये का भेद मिटाना ही सबसे ऊचा धर्म है। - जयप्रकाश नारायण
विश्वव्यापी धर्म तो एक ही है, यद्यपि उसके सैकड़ो रूपांतर है। - बर्नार्ड शॉ
धर्म सचमुच बुद्धि ग्राह्य नहीं, ह्रदय ग्राह्य है। - गांधीजी
वास्तु का स्वाभाव ही धर्म है। कुन्दकुन्द
जब ईश्वर का अंत होगा, तब धर्म एक हो जायेगा। - रविंद्र
No comments:
Post a Comment