दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घौंसला वो तूफान क्या जाने।
=====जज़बात पर काबू, और वो भी मोहब्बत में
तूफान से कहते हो, खामोशी से गुजर जाये
=====साहिल करीब ही था के तूफान आ गया..
जो उसके बाद गुज़री किनारों से पूछ लो.
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ख्वाहिशों कि जमीन को जो विरान किया हैं तूने
ए जिंदगी मुझे बार बार,यूँ हैरान किया हैं तूने।
किसी को भी मुझसे अब शिकायतें नहीं रहती
देख किस कदर,मुझे परेशान किया हैं तूने।
अंदाजा नहीं लगता अब कल को लेकर खुद का
ये किस तरह का मुझ को तूफान किया हैं तूने
दिल पे नहीं लगती, अब हालातों कि मार
बढ़ती उम्र के साथ यूँ नादान किया हैं तूने।
======देखो मेरी आंखो में ये ख्वाब किसके हैं
देखो मेरे दिल में तूफान किसके हैं
तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते कोई आया नहीं
तो फिर ये पैरों के निशान किसके हैं
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न टूटा है साहिल, न तूफान की आहट है…
फिर क्यूँ इंतेज़ार-ए-करार है हर लम्हा ?
न सजदा किया, न दुआ ही माँगी है…
फिर क्यूँ इंतेज़ार-ए-बहार है हर लम्हा ?
न शमा बुझी, न परदा ए हुस्न है…
फिर क्यूँ इंतेज़ार-ए-खुमार है हर लम्हा ?
न वादा कोई किया, न कसमें खाई हैं…
फिर क्यूँ इंतेज़ार-ए-यार है हर लम्हा ?
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एहसासों के तूफान है, मगर लफ्ज़ मिलते नहीं !
और उन्हें शिकायत है कि हम कुछ बोलते नहीं
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मोहब्बत वक़्त के बेरहम तूफान से नही डरती,
उससे कहना बिछड़ने से मोहब्बत तो नही मरती।
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मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ , हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं , जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
भरोसा ईश्वर पर है, तो जो लिखा है तकदीर में, वो ही पाओगे !
मगर , भरोसा अगर खुद पर है ,तो ईश्वर वही लिखेगा , जो आप चाहोगे !
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न संघर्ष न तकलीफें फिर क्या मजा है जीने में..
तूफान भी रूक जाएगा जब लक्ष्य रहेगा सीने में..
पसीने की स्याही से लिखे पन्ने कभी कोरे नहीं होते..
जो करते है मेहनत उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते..
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very nice and useful
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