1)
ज़िंदगी जीने के लिए मुझे दुआ चाहिए;
उस पर किस्मत की भी वफ़ा चाहिए;
खुदा के रहम से सब कुछ है मेरे पास;
बस प्यार करने के लिए आप जैसा कोई महबूब चाहिए।
2)
मुझे भी याद रखना जब लिखो तारिख-ए-वफ़ा,
के मैं ने भी लुटाया है मोहब्बत में सुकून अपना.!
3)
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे
4)
तमाम उम्र हम वफा के गुनहगार रहे,
यह और बात है कि हम हरदम वफ़ा निभाते रहे
5)
मुझको चलने दो अकेला है अभी मेरा सफर,
रास्ता रोका गया तो क़ाफ़िला हो जाऊंगा।
सारी दुनिया की नज़र में है मेरा अहद-ए-वफ़ा,
एक तेरे कहने से क्या मैं बेवफा हो जाऊंगा।
6)
आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है!
इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है!
कोई संभाले मुझे, बहक रहे है मेरे कदम!
वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है!
7)
इस शहर के लोगों में वफ़ा ढूँढ रहे हो ,
तुम जहर कि शीशी में दवा ढूँढ रहे हो
8)
मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी है;
तो हर दुआ में बस तेरी वफ़ा माँगी है;
जिस प्यार को देख कर दुनिया वाले जलते हैं;
तेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है।
9)
कहने ही लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे
मुझसे ही कर लो मोहब्बत ,मै तो बेवफ़ा नही
10)
तुम आज़माते जाओे, हमें शामो-सहर;
हम खरे ही उतरेंगे वफ़ा पर, आठों पहर!
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