हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये ,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये ,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे ,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये .
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जब आप मंदिर नहीं जा पाए तो यह मत कहो कि वक्त नहीं मिला..!
बल्कि यह सोचो कि... ऐसा कौन सा काम किया, जिसकी वजह से.. भगवान ने तुम्हें आज अपने सामने खड़ा करना भी पसंद नहीं किया।
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बचपन मे 1 रु. की पतंग के पीछे २ की.मी. तक भागते थे... न जाने कितनी चोटे लगती थी... वो पतंग भी हमे बहोत दौड़ाती थी...
आज पता चलता है, दरअसल वो पतंग नहीं थी; एक चेलेंज थी... खुशीओं को हांसिल करने के लिए दौड़ना पड़ता है... वो दुकानो पे नहीं मिलती...
शायद यही जिंदगी की दौड़ है .
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जो मिल गया उसे तक़दीर का लिखा कहिये जो खो गया उसे क़िस्मत का फ़ैसला कहिये.!!
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जो कहे मेरे पास समय नहीं असल में वह व्यस्त नहीं, अस्त-व्यस्त है।
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मेरी हैसीयत से ज्यादा मेरी थाली मे तूने परोसा है.
तू लाख मुश्किलें भी दे दे मालिक, मुझे तुझपे भरोसा है.
एक बात तो पक्की है की... छीन कर खानेवालों का कभी पेट नहीं भरता और बाँट कर खानेवाला कभी भूका नहीं मरता...!!!
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जब किसी में..."गुण" "दिखाई" "दे" "तो" "मन" "को" "कैमरा" "बना" "लिजिए"
और "जब" किसी में "अवगुण" "दिखाई" "दे" तो... "मन" "को" "आईना" "बना" "लिजिए"
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जो उडते हैं अहम के आसमानों में
जमीं पर आने में वक्त नहीं लगता
हर तरह का वक्त आता है जिंदगी में
वक्त के गुजरने में वक्त नहीं लगता
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दरिया ने झरने से पूछा तुझे समन्दर नहीं बनना है क्या..?
झरने ने बड़ी नम्रता से कहा बड़ा बनकर खारा हो जाने से अच्छा है छोटा रह कर मीठा ही रहू.
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मुस्कराने के मकसद न ढूँढ...
वर्ना जिन्दगी यूँ ही कट जाएगी
कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देख
तेरे साथ साथ जिन्दगी भी मुस्कराएगी.
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