नेक बनने के लिए ऐसी कोशिश करो
जैसी कोशिश खूबसूरत दिखने के लिए करते हो
================================
क़िस्मत कितनी ही बुलंद क्यों ना हो... मेहनत की चौखट से गुजरना ही पड़ता है...!!!!!!
================================
“मुझे तैरने दे या फिर बहना सिखा दे,
अपनी रजा में अब तू रहना सिखा दे,
मुझे शिकवा ना हो कभी भी किसी से,
हे ईश्वर !! मुझे सुःख और दुःख के पार जीना सिखा दे| “
================================
उसकी धाक.. एक-दो पे नहीं , सैंकड़ों पे थी|
और गिनती भी उसकी शहर के बड़ों बड़ों में थी|
दफन.. केवल.. छ: फिट के गड्डे में कर दिया उसको !
जबकि.. ज़मीन उसके नाम तो कई एकड़ों में थी...
================================
जीवन में तीन लोगों को कभी नहीं भूलना चाहिये..., मुसीबत में साथ देने वाले को..., मुसीबत में साथ छोड़ने वाले को..., और..., मुसीबत में डालने वाले को...।"
================================
खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुज़र गयी पर खुश ना हो सके, एक दिन एहसास हुआ कि खुश तो वो लोग थे जो खुशियाँ बाँट रहे थे।
================================
कोशिश करो कि ज़िन्दगी का हर लम्हा अच्छे से अच्छा गुजरे; क्योंकि...., जिंदगी नहीं रहती पर अच्छी यादें हमेशा जिंदा रहती हैं।
================================
व्यवहार मीठा ना हों तो हिचकियाँ भी नहीं आती,
बोल मीठे न हों तो कीमती मोबाईलो पर घन्टियां भी नहीं आती।
घर बड़ा हो या छोटा, अग़र मिठास ना हो,
तो ईंसान तो क्या, चींटियां भी नजदीक नहीं आती
================================
इंसान दो वजह से बिल्कुल बदल जाता है... . . ..
एक जब कोई बहुत खास उसकी जिंदगी में आ जाये... . . ..
और जब कोई बहुत खास उसकी जिंदगी से चला जाये...
================================
मोहब्बत का सफर लंबा हुआ तो क्या हुआ... थोड़ा
तुम चलो, थोड़ा हम चले... थोड़ा तुम चलो, थोड़ा
हम चले... फिर रिक्शा कर लेंगे...
================================
"मोटापा"ही एक ऐसी चीज़ है,जिसे दूसरे के पास ज्यादा देखकर जलन नहीं । बल्कि ख़ुशी मिलती है..!!
================================
लालू चाचा दूर के !
चारा खाऐं चूर के !!
नीतीश को दें थाली में !
समधीं को दें प्याली में !!
समधी गऐं रूठ !
गठबंधन गया टूट !!
================================
हर मम्मी चाहती है उसकी बहू चॉद सी हो
चाहे ख़ुद ने क्रिस गेल पैदा किया हो
================================
दुआएँ इकट्ठी कर लो यारो.... सुना है, परलोक में दौलत - शौहरत साथ नहीं जाती ...
================================
मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया कमबख़्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं ज़िंदगी हूँ पगले तुझे जीना सिखा रही थी।.
================================
No comments:
Post a Comment