उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी;
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी!
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी!
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं!
जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते!
जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते!
प्यार जो करता है उसका दिल भी अजीब होता है........
यार जैसा भी हो खुदा से भी अजीज होता है.....
यार जैसा भी हो खुदा से भी अजीज होता है.....
तन्हाई की दीवारो पे घुटन का पर्दा झूल रहा है...
बेबसी की छत के नीचे,कोई किसी को भूल रहा है...
बेबसी की छत के नीचे,कोई किसी को भूल रहा है...
आपकी तारीफ में हम लिखे तो क्या लिखे,
की उठती नहीं है कलम सजदा करने के बाद !!
की उठती नहीं है कलम सजदा करने के बाद !!
तुम मुझे मौका तो दो ऐतबार बनाने का;
थक जाओगे मेरी वफाओं के साथ चलते चलते!
थक जाओगे मेरी वफाओं के साथ चलते चलते!
"प्यार तो किया मैंने बहुत, मगर इज़हार न करना आया,
उसने पूछा तो मुझसे बहुत, मगर इकरार न करना आया"
उसने पूछा तो मुझसे बहुत, मगर इकरार न करना आया"
"इश्क का बटवारा भी, बडी रजामंदी से हुआ हमारा.....!!
खुशियाँ उसने बटोर लीं, दर्द मैं ले आया....!!"
खुशियाँ उसने बटोर लीं, दर्द मैं ले आया....!!"
दिल में छिपी यादों से मैं सवारूँ तुझे,
तू दिखे तो अपनी आँखों मै उतारू तुझे !
तेरे नाम को अपने लबों पर ऐसे सजाऊ,
गर सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे !!
तू दिखे तो अपनी आँखों मै उतारू तुझे !
तेरे नाम को अपने लबों पर ऐसे सजाऊ,
गर सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे !!
कांटो सी चुभती है तन्हाई!
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई!
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे!
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई!
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई!
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे!
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई!
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