एक बार एक ब्राहमण मर गया, वो स्वर्ग के वेटिंग लाइन में खडा था।
उनके आगे एक काला चश्मा जींस, लेदर जैकेट पहन कर लडका खडा था।
धर्म राज लडके से : कौन हो तुम?
लड़का : मैं एक बस ड्राइवर हूँ।
धम॔राज : ये लो सोने की शाल और अंदर आ आकर गोल्डन रूम ले लो।
धम॔राज ब्राहमण से : कौन हो तुम?
ब्राहमन: मैं ब्राहमण हूँ, और 40 सालो से लोगों को भगवान के बारे में बताया करता था।
धम॔राज : ये लो सूती वस्त्र और अंदर आ जाओ।
ब्राहमण : भगवान, ये गलत है ये तेज गति से गाड़ी चलाने वाले को सोने की शाल और जिसने पूरा जीवन भगवान का ज्ञान दिया उसे सूती वस्त्र?
धम॔राज : परिणाम मेरे बच्चे परिणाम... जब तुम ज्ञान देते थे सभी भक्त सोते रहते थे। लेकिन जब यह बस तेज गति से चलाता था तब लोग सच्चे मन से भगवान को याद करते थे।
हमेशा performance देखी जाती है position नही।
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