कैसी भी हो एक बहन होनी चाहिये..........।
बड़ी हो तो माँ- बाप से बचाने वाली.
छोटी हो तो हमारे पीठ पिछे छुपने वाली..........॥
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पाँकेट मे पैसे रखने वाली,
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकालके लेने वाली.........॥ .
छोटी हो या बड़ी, छोटी- छोटी बातों पे लड़ने वाली,
एक बहन होनी चाहिये.......॥
बड़ी हो तो , गलती पे हमारे कान खींचने वाली,
छोटी हो तो अपनी गलती पर, साँरी भईया कहने वाली...
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने वाली एक बहन होनी चाहिये.... ....॥ "
इसलिये बेटी बचाओ,
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