मोत्यारा लांबक झुमका किस्तुरी ओ राजा बान्दरवाळ
बदाओ जी म्हार आवीयो ...धृ...
बांदु बिरमाजीर ओबर, चन्द्रमाजी सरिसा जोद
जुग जीत्या ये आनंद बदावनो ... १ ...
जाय बांदु पांडुरंगजी ओबर *विवेककुमारजी सरिसा ह जोद
ब्यारी राण्या ओ राजा जायो छ पूत ... २ ...
म्ह तो चार रंगाऊ चोखी चूंदड़या
परदेशन ओ बाई प्यारु बुलाय ... ३ ...
परदेशन ओ बाई कौशल्या
म्हे तो चार चिराऊ चोखा चुडला ... ४ ...
परदेशन ओ बाई सुमित्रा**
परदेशन ओ बाई विनीता** बुलाय ... ५ ...
साठ्या पुराय बाईजी अड़िया
भावज लो हिवडारो हार ... ६ ...
बाईजी ओर बुलावा म्हे थान
बाईजी ओर जणाला लाडण पूत ... ७ ...
फेरु बाईजी साठ्या के पूरी
थाने देवाला नौसर हार ... ८ ...
*विवेककुमारजी कि जगह घरके पुरुषोके नाम लेना और वो लाईन बार बार गाना।
** सुमित्रा और विनिता कि जगह बहन बेटीयोके नाम लेना और वो लाईन बार बार गाना।
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