देवता कहाँ खुदावां थारा जोड़ला,
देवता कहाँ एं बंधावां धोली पाल, सकल देवता जाणियो।
देवता फरीदाबाद खुदावां थारा जोड़ला,
हिसार बंधावां धोली पाल, सकल देवता जाणियो।
देवता क्यांए भराऊँ थारा जोड़ला, क्यांए बधाऊँ धोली पाल,
दूध भरावां थारा जोड़ला,
दही ए बंधावां धोली पाल सकल देवता जाणियो,
देवता यो कुन जाति थारै आइयो।
देवता राधेष्याम जाति थारै आइयो,
ले अपनी मायड न साथ सकल देवता जाणियो,
देवता बलराम जाति थारा आइयो,
ले गठजोडे़ की जात सकल देवता जाणियो।
देवता गोद झडुले की जात दादी-बाबा कै साथ सकल देवता जाणियो,
देवता अड़ियों भीड़ी मै म्हारे लोड़ियो।
अडया तो समारै म्हारै काम, सकल देवता जाणियो।
पांचू तो पहरो देवता कपड़े,
हाथ लठोरी का साथ सकल देवता जाणियो।
हाथ लठोरी देवता बास की,
पहरा देवो नी दिन रात सकल देवता जाणियो।
जिन गलियों में देवता थे फिरो,
बहू-बेटे सोवैं रे नचीत सकल देवता जाणियो।
नोटः परिवार के सभी बड़ों व छोटों के नाम लिये जाएँगे।
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