अपने विरोधियों से मित्रता कर लेना क्या विरोधियों को नष्ट करने के समान नहीं है? श्री कृष्णा
महान लोग अपने समय से आगे होते हैं जबकि चतुर लोग केवल अपने समय का दोहन ही कर पाते हैं । ज्यां बोद्रिला
सत्कार्य का संकल्प करोगे तो भगवान बल प्रदान करेंगे। स्वामी विवेकानंद
एक हारी हुई लड़ाई केवल वही होती है जिसमें हम हार मान लेते हैं।
जय उसी की होती है जो अपने को संकट में डाल कर कार्य संपन्न करते हैं। जय कायरों की कभी नहीं होती। महाराणा प्रताप
कष्ट आने से पहले ही मनुष्य की बुद्धि विपरीत हो जाती है। चाणक्य
मृत्यु एक महान विजेता है लेकिन इसके बावजूद वह केवल तभी जीत सकती है जब हम सुस्ता रहे होते हैं। फिर रिकोलो की
खुशी और नैतिकता का आपस में गहरा नाता है नैतिकता के बिना खुशी का कोई अस्तित्व नहीं हो सकता। जॉर्ज वॉशिंगटन
ध्यान में पहले शरीर को स्थिर करो। फिर मन और आंख को। सुकरात
जिसे हम सामान्य बोधिया कॉमन सेंस कहते हैं वह वास्तव में हमारे पूर्व ग्रहों का एक संकलन है। अल्बर्ट आइंस्टाइन
नई पीढ़ी उस पौधे की तरह होती है जिसे एक बड़े वृक्ष की छाया की आवश्यकता होती है। जिन्हें यह छाया मिलती है उनकी केवल जड़े ही मजबूत नहीं होती उनका विकास भी अच्छा होता है।
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