(ख) मूढैः कुत्र रत्नसंज्ञा विधीयते?
(अर्थ- मूर्खो ने किसे रत्न का नाम दिया?)
उत्तर- मूढैः पाषाणखण्डेषु रत्नसंज्ञा विधीयते।
(अर्थ- मूर्खो ने पत्थरों को रत्न का नाम दिया।)
(ग) पृथिवी केन धार्यते?
(अर्थ- पृथ्वी को किस्से धारण किया जा सकता है?)
उतर- पृथिवी सत्येन धार्यते।
(अर्थ- पृथ्वी को सत्य से धारण किया जा सकता है)
(घ) कैः सङ्गितं कुर्वीत?
( अर्थ- किन की संगत में रहना चाहिये?)
उत्तर- सद्भिः सङ्गितं कुर्वीत।
(सज्जन लोगों की संगत में रहना चाहिए।)
(ङ) लोके वशीकृतिः का?
(अर्थ- संसार का वशीकरण क्या है?)
उत्तर- लोके वशीकृतिः क्षमा।
(संस्कार का वशीकरण क्षमा है।)
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