नमस्कार दोस्तों, तो आज हम कक्षा 7 के संस्कृत के पहले पाठ 'सुभाषितानि' के प्रश्न उत्तर पढ़ेंगे, इसे हम तीन भागो में पूरा करेंगे। अगर आप ने इस पाठ का अनुवाद नहीं पढ़ा तो यहाँ निचे में से किसी एक पर दबाइये।
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उत्तर-
धनधान्यप्रयोगेषु विद्यायाः संग्रहेषु च।
प्र १- सर्वान श्लोकाशान् सस्वरं गायत।
अर्थ- सरे शलोको का उच्चारण करो।
उत्तर- यह छात्रों को स्वयं करना पड़ेगा।
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प्र २- यथायोग्यं श्लोकांशान् मेलयत-
अर्थ- सही जोडिया मिलाओ।
धनधान्यप्रयोगेषु नासद्भिःकिञ्चिदाचरेत्।
विस्मयो न हि कर्त्तव्यः त्यक्तलज्जः सुखी भवेत्।
सत्येन धार्यते पृथ्वी बहुरत्ना वसुन्धरा।
सद्भिर्विवादं मैत्रीं च विद्यायाः संग्रहेषु च।
आहारे व्यवहारे च सत्येन तपते रविः।
उत्तर-
धनधान्यप्रयोगेषु विद्यायाः संग्रहेषु च।
विस्मयो न हि कर्त्तव्यः बहुरत्ना वसुन्धरा।
सत्येन धार्यते पृथ्वी सत्येन तपते रविः।
सद्भिर्विवादं मैत्रीं च नासद्भिः किञ्चिदाचरेत्।
आहारे व्यवहारे च त्यक्तलज्जः सुखी भवेत्।
==========धन्यवाद पढ़ने के लिए।
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