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शिव
शिव ही मीत है। शिव ही प्रीत है।
शिव ही जीवन है। शिव ही प्रकाश है।
शिव ही सांस है। शिव ही आस है।
शिव ही प्यास है। शिव ही ज्ञान है।
शिव ही ससांर है। शिव ही प्यार है।
शिव ही गीत है। शिव ही संगीत है।
शिव ही लहर है। शिव ही भीतर है।
शिव ही बाहर है। शिव ही बहार है।
शिव ही प्राण है। शिव ही जान है।
शिव ही संबल है। शिव ही आलंबन है।
शिव ही दर्पण है। शिव ही धर्म है।
शिव ही कर्म है। शिव ही मर्म है।
शिव ही नर्म है। शिव ही प्राण है।
शिव ही जहान है। शिव ही समाधान है।
शिव ही आराधना है। शिव ही उपासना है।
शिव ही सगुन है। शिव ही निर्गुण है।
शिव ही आदि है। शिव ही अन्त हैै।
शिव ही अनन्त है। शिव ही विलय है।
शिव ही प्रलय है। शिव ही आधि है।
शिव ही व्याधि है। शिव ही समाधि है।
शिव ही जप है। शिव ही तप है।
शिव ही ताप है। शिव ही यज्ञः है।
शिव ही हवन है। शिव ही समिध है।
शिव ही समिधा है। शिव ही आरती है।
शिव ही भजन है। शिव ही भोजन है।
शिव ही साज है। शिव ही वाद्य है।
शिव ही वन्दना है। शिव ही आलाप है।
शिव ही प्यारा है। शिव ही न्यारा है।
शिव ही दुलारा है। शिव ही मनन है।
शिव ही चिंतन है। शिव ही वंदन है।
शिव ही चन्दन है। शिव ही अभिनन्दन है।
शिव ही नंदन है। शिव ही गरिमा है।
शिव ही महिमा है। शिव ही चेतना है।
शिव ही भावना है। शिव ही गहना है।
शिव ही पाहुना है। शिव ही अमृत है।
शिव ही खुशबू है। शिव ही मंजिल है।
शिव ही सकल जहाँ है। शिव ही समष्टि है।
शिव ही व्यष्टि है। शिव ही सृष्टी है।
शिव ही सपना है। शिव ही अपना है।।
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