नमस्कार दोस्तों, आज हम कक्षा 7 की NCERT की पुस्तक की पहली कविता का मतलब समझने वाले है।
ऐसे थे अरमान कि उड़ते
नील नभ की सिमा पाने,
लाल किरण-सी चोंच खोल
चुगते तारक अनार के दाने।
अर्थ- हमे इन पंक्तियों में यह बताया गया है की पंछी क्या सोचते है, उनके अरमान है उड़ने के और नील नभ यानि आसमान की सिमा पाने। जो पंछी उड़ते है अब वे पिंजरे में बांध है। उन्हें अपनी लाल चोंच से अनार के दाने चुगने थे।
पढ़ने के लिए धन्यवाद। अगर अपने इसके पिछले भेज नहीं देखे तो यहाँ click कीजिये।
ऐसे थे अरमान कि उड़ते
नील नभ की सिमा पाने,
लाल किरण-सी चोंच खोल
चुगते तारक अनार के दाने।
अर्थ- हमे इन पंक्तियों में यह बताया गया है की पंछी क्या सोचते है, उनके अरमान है उड़ने के और नील नभ यानि आसमान की सिमा पाने। जो पंछी उड़ते है अब वे पिंजरे में बांध है। उन्हें अपनी लाल चोंच से अनार के दाने चुगने थे।
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