नमस्ते दोस्तो आज हम विशेषण और विशेष्य पढ़ेंगे।
विशेषण वो शब्द होते है जो किसी शब्द के बारे में बताता है।
जैसे- दुग्धः श्वेतः अस्ति। मतलब दूध सफ़ेद होता है। इसमें 'दूध' संज्ञा है और 'श्वेतः' विशेषण। संस्कृत में विशेषणों को पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग के हिसाब से अलग होते है। जिस शब्द के बारे में विशेषण बताता है उसे विशेष्य कहते है।
पुल्लिंग विशेषण-
पुल्लिंग विशेषण के कुछ उदहारण निचे दिए गए है।
हंसः श्वेतः अस्ति। मतलब- हंस सफ़ेद होता है। यहाँ हंसः विशेष्य है और श्वेतः विशेषण।
पत्र हरितवर्णाः सन्ति। मतलब- पत्ते हरे रंग के होते है। यहाँ पत्र विशेष्य है और हरितवर्णाः विशेषण।
धन्यवाद पढ़ने के लिए।
विशेषण वो शब्द होते है जो किसी शब्द के बारे में बताता है।
जैसे- दुग्धः श्वेतः अस्ति। मतलब दूध सफ़ेद होता है। इसमें 'दूध' संज्ञा है और 'श्वेतः' विशेषण। संस्कृत में विशेषणों को पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग के हिसाब से अलग होते है। जिस शब्द के बारे में विशेषण बताता है उसे विशेष्य कहते है।
पुल्लिंग विशेषण-
पुल्लिंग विशेषण के कुछ उदहारण निचे दिए गए है।
हंसः श्वेतः अस्ति। मतलब- हंस सफ़ेद होता है। यहाँ हंसः विशेष्य है और श्वेतः विशेषण।
पत्र हरितवर्णाः सन्ति। मतलब- पत्ते हरे रंग के होते है। यहाँ पत्र विशेष्य है और हरितवर्णाः विशेषण।
धन्यवाद पढ़ने के लिए।
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