हैरां हूँ मैं भी आज तो इस ग़म की ज़्यादती से
हर आह चाहती है कि शेर बन के निकले
=====वो जो तुमने एक दवा बतलाई थी ग़म के लिए,
ग़म तो ज्यूं का त्यूं रहा बस हम शराबी हो गये
=====
इंसान अगर प्यार में पड़े तो ग़म में पड़ ही जाता है,
क्योंकि प्यार किसी को चाहे जितना भी करो, थोड़ा सा तो कम पड़ ही जाता है
=====ख़ुशी जल्दी में थी रुकी नहीं, ग़म फुरसत में थे - ठहर गए!
लोगों की नज़रों में फर्क अब भी नहीं है पहले मुड़ कर देखते थे
अब देख कर मुड़ जाते हैं आज परछाई से पूछ ही लिया
क्यों चलती हो, मेरे साथ उसने भी हँसके कहा दूसरा कौन है तेरे साथ
=====Image Credit: shayarifm.com
=====
और फिर उसे मिलता भी क्या इन आँखों में
पहले वो थी अब उसके दिये ग़म हे
=====
मैंने दरवाज़े पे ताला भी लगा कर देखा है,
ग़म फिर भी समझ जाते है की मैं घर में हूँ।
=====किसी के ज़ख्म का मरहम, किसी के ग़म का ईलाज...
लोगो ने बाँट रखा है मुझे दवा की तरह...!!
=====कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी;
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी;
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने;
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
=====बाज़ार बड़ा मंदा है साहेब.
ख़ुशी की किल्लत है और
ग़म कोई ख़रीद नहीं रहा
=====ग़म के दरियाओं से मिलकर बना है यह सागर;
आप क्यों इसमें समाने की कोशिश करते हो;
कुछ नहीं है और इस जीवन में दर्द के सिवा;
आप क्यों इस ज़िंदगी में आने की कोशिश करते हो।
=====हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने;
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने;
======
Lovely Shayari
ReplyDeletetop bewafa shayari in hindi
Birthday Shayari in Hindi
Mahakal Status in Hindi
friendship shayari in hindi
shubh ratri status
Sad Shayari In Hindi
Sharabi Shayari in Hindi
Whatsapp Status
Attitude Status in hindi
Hindi Shayari