मोहबत का राज उस वक़्त खुल गया,
जब मेरा दिल तेरी कसम खाने से मुकर गया।
======राज ए उल्फत का तजरबा तो हो
तेरा दिल मुझपे आशना तो हो
चांद निकलेगा रोज मेरे घर में
हुस्न जैसा कोई आईना तो हो
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कोशिश बहुत थी कि, राज -ए- मोहब्बत बयान न हो.
पर मुमकिन कहाँ था, कि आग लगे और धुआँ न हो.
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मुहब्बत ख्वाब होती है बड़ी बेताब होती है
अगर कोई पूछ बैठे तो मुहब्बत राज होती है।
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कभी तू आँखों की कशिश कभी तू मन का राज है
तू ही तू इस दिल के अन्दर तू ही इस दिल का साज है
कभी तू है लहराती पवन कभी तू खुशनुमा याद है
तुझसे ही है जन्नत मेरी तू ही तो मेरी आवाज है
======मेरे अश्को से तू अपना दामन साफ कर ,
अकेले तड़पता हूँ ऐ खुदा इन्साफ कर ,
उनकी बेवफाई में कुछ राज छुपा है ,
मेरे खुदा तू उनके हर गुनाह माफ़ कर
======दिल का राज है लेकिन तुम्हे बता रहा हूँ मैँ….
जिसे खुद भी नही मालुम उसी को चाह रहा हूँ मैं..
=====ज़िन्दगी राज़ है तो राज रहने दो!
अगर है कोई ऐतराज़ तो ऐतराज़ रहने दो!
पर अगर आपका दिल कहे हमें याद करने को!
तो दिल को ये मत कहना की आज रहने दो..
====छुपी होती है लफ्जों में गहरी राज की बातें.
लोग शायरी या मज़ाक समझ के बस मुस्कुरा देते हैं
=====टूटे हुए सपनो और रूठे हुए अपनों ने उदास कर दिया,
वरना लोग हमसे मुस्कराने का राज पुछा करते थे ||
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