लेकिन तेरी आँखों को देखकर पता चल जाता है,
कि तू सिर्फ मेरी है और मेरी ही रहेगी
=====मिलने का वादा तो पगली की जुबान से ऐसे ही निकल गया ..
हमने पुछी जगह तो बोली ख्वाब मे आ जाना
=====वो अक्सर ज्योतिष को हाथ दिखाकर नसीब पुछा करती थी अपना!
एक बार मुझे हाथ थमा देती तो नसीब बदल जाता पगली का!
=====Image Credit: www.poetrytadka.com
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उस पगली ने एक नया इल्जाम लगाया मुझ पर,
कहती है तुम मुझसे बहुत ज्यादा मोहब्बत करते हो
=====अरे पगली ये तेरा चेहरा है या केले का छिलका…
देखते ही अपना दिल फिसल गया…
=====जिस्म तो रोज सँवरता है पगली तेरे एहसास में
धड़कनें बिखरी पड़ी हैं तेरे दीदार की प्यास में
=====पगली भूलना तो ज़माने की रीत है,
मग़र तुमने शुरुआत हमसे क्यों की?
=====छम-छम करती पायल तेरी कानों में रस घोल गई
तू तो पगली कुछ ना बोली झाँझर सब कुछ बोल गई
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मैंने कहा तुम्हें सजना संवरना क्यों नहीं भाता,
वो पगली मुस्कुराई और बोली तुम्हारी चाहत मेरा सिंगार ही तो है.
=====नफरत ना करना पगली हमे बुरा लगेगा
बस प्यार से कह देना अब तेरी जरुरत नही है
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