उनके हुस्न का आलम ना पूछिये..
तस्वीर हो गया हूँ तस्वीर देख कर..
=========दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे
=========तेरे हुस्न पर तारीफ भरी किताब लिख देता
काश के तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती
========Image Credit: shayarilovers.in
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जो फुर्सत मिले तो मुड़कर देख लेना मुझे एक दफ़ा
तेरे हुस्न से घायल होने की चाहत मुझे आज भी है
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तेरे हुस्न को परदे की क्या है जरुरत......
कौन होश में रहता है, तुझे देखने के बाद......
========देने वाले ने उन को हुस्न दिया, और अता मुझ को आशिकी कर दी,
तुम ने जुल्फों को रुख पे बिखरा कर, शाम रंगीन और भी कर दी
========प्यार तो हमने उनकी सादगी से कीया है,
हुस्न के गुलाम तो हम आज तक नही बने ।
========लहू लोहान करने के इरादे था तीर चलाया उसने
अपने हुस्न का जहर मेरे ज़िस्म मे फैलाया उसने
छोड चुके थे उम्मीद उनको हमसफर बनाने की
बेवफाई का इलज़ाम दे के कब्र मे है सुलाया उसने
========यूँ भी मिला है हुस्न का अंदाज़ इश्क़ में...
बिखरी है उनकी ज़ुल्फ़, परेशाँ हुआ हूँ मैं!!!
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Awesome Post i like it
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