मेरे मनमे उठी है पुकार। बाबा मेरी अरज सुनो।
तुम दुखियों की सुनलो पुकार। बाबा मेरी अरज सुनो।।टेर।।
भक्तो ने पुकारा जब सुनी अरदास है।
परचा दिखा के बाबा रख लिया पास है।
तेरी लीला अपरम्पार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
रूप अनोखा बाबा महिमा है भारी।
रुणेचा में आवे थारे नर और नारी।
तेरे परचे की अजब बहार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
सिरपर बाबा तेरे तिलक सुहाए।
अश्वसवारी तू तो तंवर कहावे।
तू तो अजमाल घर अवतार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
द्वारका पूरी रणछोड़ कहाये।
द्वापर से बाबा तुम कलजुग आये।
तुम लीलेरी असवार। बाबा मेरी अरज सुनो। .....
माता मेणादे थारा लाड लड़ाया।
सुगना बाइने भैया पाया।
राणी नेतलरा भरतार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
जैसी जैसी भावनासे भगत पुकारे।
कोढ़ी लंगड़ा तुमने तारे।
तेरे परचे की अजब बहार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
अश्वसवारी तेरे हातमे भाला।
गले में शोभे फूलों की माला।
तेरी जगमग ज्योत अपार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
करुणा कर कर दरपे आया।
भक्त ने बाबा तुमको मनाया।
मेरे जीवनका आधार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
तुम दुखियों की सुनलो पुकार। बाबा मेरी अरज सुनो।।टेर।।
भक्तो ने पुकारा जब सुनी अरदास है।
परचा दिखा के बाबा रख लिया पास है।
तेरी लीला अपरम्पार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
रूप अनोखा बाबा महिमा है भारी।
रुणेचा में आवे थारे नर और नारी।
तेरे परचे की अजब बहार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
सिरपर बाबा तेरे तिलक सुहाए।
अश्वसवारी तू तो तंवर कहावे।
तू तो अजमाल घर अवतार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
द्वारका पूरी रणछोड़ कहाये।
द्वापर से बाबा तुम कलजुग आये।
तुम लीलेरी असवार। बाबा मेरी अरज सुनो। .....
माता मेणादे थारा लाड लड़ाया।
सुगना बाइने भैया पाया।
राणी नेतलरा भरतार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
जैसी जैसी भावनासे भगत पुकारे।
कोढ़ी लंगड़ा तुमने तारे।
तेरे परचे की अजब बहार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
अश्वसवारी तेरे हातमे भाला।
गले में शोभे फूलों की माला।
तेरी जगमग ज्योत अपार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
करुणा कर कर दरपे आया।
भक्त ने बाबा तुमको मनाया।
मेरे जीवनका आधार। बाबा मेरी अरज सुनो। ....
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