लीले घोड़े रा असवार। लीनो अजमल घर अवतार।।
रानी नेतल रा भरतार। बाबा म्हारे घर आओ जी।।
हो बाबा म्हारे घर आओ जी।।टेर।।
काना में थारे कुंडल सोहे। गले फूलों की माला।।
सिर पर थारे मुकुट विराजे। नैन लगे मतवाले।।
शोभा बरनी न जाए। बेठया मन हरषाए।।
हो बाबा म्हारे घर आओ जी।।1।
रुणिचो थारो धाम कहावे। आवे नर और नारी।।
सूरज सामो बनियों देवरो। मेड़ा की छवि न्यारी।।
थारी देखी मारवाड़। थाने पूछे हैं बराड़।।
हो बाबा म्हारे घर आओ जी।।2।।
कृपा दृष्टि के दाता थे हो। कलजुग रा अवतारी।।
जगमग ज्योति रामधनी री। हाथ में भाला धारी ।।
थारा चर्चा अपारच। जाने सारा संसार।।
हो बाबा म्हारे घर आओ जी।।3।।
अंधळियाने अख्या देवे। पांगळिया ने पावजी।।
कोढीयारों कोढ़ मिटावे। रामदेवरो नावजी ।।
थे रुणिचा नरेश। काटो भक्तारा कलेश।।
हो बाबा म्हारे घर आओ जी।।4।।
जय जय रामदेव बाबा। जय बाबा री।
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